दो दिवसीय संगोष्ठी का राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने किया उद्घाटन, कहा-बिहार लोकतंत्र की जननी

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है। यहां लोकतंत्र का जन्म उस समय हुआ, जब ग्रीक के रोमन स्टेट में भी यह अस्तित्व में नहीं आया था। यह दुनिया में सत्ता की सबसे बेहतर व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि शासक और शासन का धर्म है कि वो हर प्रकार के लोगों को समान रूप से संरक्षण प्रदान करे। उसे जाति, धर्म और उनके जीवन की पृष्ठभूमि पर उनका संरक्षण नहीं करना है। जनता ने पांच साल के लिए उन्हें जो अधिकार दिया है, उसका पालन वे पूरी निष्ठा और धर्म के साथ करें।

दो दिवसीय संगोष्ठी का राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने किया उद्घाटन, कहा-बिहार लोकतंत्र की जननी

NAWADA : जिले के हिसुआ में सोमवार को दो दिवसीय अतंर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है। यहां लोकतंत्र का जन्म उस समय हुआ, जब ग्रीक के रोमन स्टेट में भी यह अस्तित्व में नहीं आया था। यह दुनिया में सत्ता की सबसे बेहतर व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि शासक और शासन का धर्म है कि वो हर प्रकार के लोगों को समान रूप से संरक्षण प्रदान करे। उसे जाति, धर्म और उनके जीवन की पृष्ठभूमि पर उनका संरक्षण नहीं करना है। जनता ने पांच साल के लिए उन्हें जो अधिकार दिया है, उसका पालन वे पूरी निष्ठा और धर्म के साथ करें। 

उन्होंने महाभारत और वेद की ऋचाओं और उद्धरणों से भारत की संस्कृति, सभ्यता और परंपराओं का बखान किया और पूरी दुनिया में बिहार की देन को रेखांकित किया। उन्होंने केसरिया रंग को त्याग का रंग बताया और कहा कि रंग तो हमारी बनायी हुई भ्रातियां है कि हिंदू का रंग केसरिया और मुसलमान का रंग हरा है। हमें त्याग को स्वीकार कर राष्ट्रहित और जनहित में काम करना चाहिए। उन्होंने त्याग, कर्म, सभ्य समाज और धर्म को कई उदाहरणों से परिभाषित किया। 

मगध विश्वविद्यालय के कुलपति शशि प्रताप शाही ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाया और कहा कि उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय के रूके हुए अधिकतम कामों का निष्पादन हुआ। उन्होंने कहा कि जब से मैं विश्वविद्यालय का कार्यभार संभाला तबसे रूके हुए लगभग कामों को पूरा करने का काम किया। उन्होंने 110 परीक्षा करवाने, ऐनुअल रिपोर्ट देने, छात्रों और शिक्षकों व कर्मियों के रूके कामों का निष्पादन, सेमिनार करवाने, शैक्षणिक वातावरण तैयार कराने का काम किया। विधायक नीतू कुमारी ने कॉलेज के इतिहास पर चर्चा की और कॉलेज में मगध विश्वविद्यालय की एक शाखा खोली की मांग की। उन्होंने विधानसभा में भी यह बात उठाने की बात कही। एमएलसी अशोक यादव ने भी नीतू कुमारी की मांग का समर्थन किया और उसे पूर्व में विधान परिषद में उठाने की बातें कही। 

विदित हो कि टीएस कॉलेज में सोमवार और मंगलवार को दो दिवसीय सेमिनार है जिसमें देश-विदेश के प्रतिनिधि पहुंचे हैं। सोमवार को संगोष्ठी की शुरूआत पर राज्यपाल पहुंचे जहां उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। मगध विश्वविद्यालय के कुलपति एवं महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा उनका भव्य स्वागत व अभिनंदन किया गया। सर्वप्रथम राष्ट्रगान के बाद छात्राओं का स्वागत गान हुआ, जिसके साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस दौरान उपस्थित अतिथियों ने स्मारिका का विमोचन किया। बता दें कि कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभाग और आईक्यूएसी के तत्वावधान में द इंडियन पॉलिटी : ए क्रिटिकल अप्रैजल विषय पर सेमिनार आयोजित है। सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता इंतजाम किए गए थे। कार्यक्रम की सफलता में विद्यालय के प्राचार्य डॉ. पवन कुमार शर्मा, राजनीति शास्त्र के विभागाध्यक्ष अंजनी कुमार, प्रोफेसर शंभू सिंह, मीडिया प्रभारी प्रो. मुकेश कुमार लगे हुए हैं।